Hindustan Unilever का डिमर्जर: अब बनेगी दो कंपनियां, शेयरधारकों को होगा फायदा

Hindustan Unilever का डिमर्जर: अब बनेगी दो कंपनियां, शेयरधारकों को होगा फायदा

देश की प्रमुख FMCG कंपनी Hindustan Unilever Limited (HUL) अब दो हिस्सों में बंटने जा रही है। इसके लिए कंपनी को BSE और NSE से मंजूरी मिल गई है। यह डिमर्जर HUL के आइसक्रीम बिजनेस को मुख्य कंपनी से अलग करने के उद्देश्य से किया जा रहा है।

क्या है योजना?

HUL अब अपने लोकप्रिय आइसक्रीम ब्रांड्स जैसे क्वालिटी वॉल्स, कोर्नेटो और मैग्नम को एक अलग कंपनी के तहत संचालित करेगी। इस नई इकाई का नाम होगा Quality Walls (India) Ltd (KWIL)। डिमर्जर के बाद HUL के प्रत्येक शेयर के बदले एक KWIL का शेयर दिया जाएगा, यानी मौजूदा निवेशकों को दोनों कंपनियों में हिस्सेदारी मिलेगी।

शेयरधारकों के लिए डबल फायदा

इस कदम से शेयरधारकों को HUL और KWIL दोनों कंपनियों के शेयर मिलेंगे, जिससे उनका पोर्टफोलियो और मजबूत हो सकता है। KWIL के शेयर सीधे तौर पर मौजूदा निवेशकों के नाम पर रहेंगे। डिमर्जर प्रक्रिया वित्त वर्ष 2026 तक पूरी होने की उम्मीद है।

HUL का इतिहास और व्यवसाय

1933 में स्थापित HUL भारत की सबसे बड़ी उपभोक्ता वस्तु कंपनियों में से एक है। इसका मुख्यालय मुंबई में है और यह ब्रिटिश-डच कंपनी Unilever की सहायक है। HUL घरेलू सफाई, व्यक्तिगत देखभाल, ब्यूटी प्रोडक्ट्स और खाद्य पदार्थों जैसे क्षेत्रों में काम करती है। इसके कुछ लोकप्रिय ब्रांड हैं: सर्फ एक्सेल, डव, लक्स, लाइफबॉय, लिप्टन, ब्रूक बॉन्ड, नॉर और ग्लो एंड लवली।

शेयर बाज़ार में हलचल

डिमर्जर की खबर के बाद HUL के शेयर में मामूली तेजी देखी गई। 15 मई को यह शेयर 0.17% की वृद्धि के साथ 2355.15 रुपये पर बंद हुआ। हालांकि, पिछले एक साल में इसका रिटर्न सिर्फ 1% से थोड़ा ज्यादा रहा है, जबकि पांच साल में कंपनी ने करीब 16% रिटर्न दिया है।

क्या बदल जाएगा इस फैसले से?

HUL के लिए यह कदम उसके कारोबार को अधिक केंद्रित और संगठित बनाने की दिशा में है। आइसक्रीम सेगमेंट की बढ़ती मांग और संभावनाओं को देखते हुए इसे अलग कंपनी के रूप में संचालित करना एक रणनीतिक फैसला है, जिससे दोनों इकाइयों को अपने-अपने व्यवसाय पर फोकस करने में मदद मिलेगी।



HUL का यह डिमर्जर निवेशकों के लिए एक सकारात्मक संकेत माना जा रहा है। इससे कंपनी अपने अलग-अलग व्यापार क्षेत्रों में ज्यादा फोकस कर पाएगी और निवेशकों को दो कंपनियों से लाभ कमाने का मौका मिलेगा।








Share this content:

Leave a Reply